हमारा पिता अब्राहम हारान में बसने से पहले जब मेसोपोटामिया में था; तो तेजोमय परमेश्वर ने उसे दर्शन दिया,” (प्रेरितों 7: 2)।

*तीन प्रकाशन!*

  1. *”हमारा पिता अब्राहम हारान में बसने से पहले जब मेसोपोटामिया में था; तो तेजोमय परमेश्वर ने उसे दर्शन दिया,” (प्रेरितों 7: 2)।*

*जब परमेश्वर पहली बार अब्राहम के सामने आए, तो वह महिमा के प्रभु के रूप में प्रकट हुए। अब्राहम के बारे में लिखते हुए, इतिहासकार कहते हैं, “अब्राहम के पूर्वजों ने चंद्रमा के दूत की पूजा की। अब्राहम के पिता तेरह की जीविका मूर्ति बनाना और बेचना थी। सभी स्थान अंधेरे के प्रभुत्व से भरे पड़े थे। वहां कोई प्रचारक या परमेश्वर के सेवक नहीं थे। सारा स्थान अन्यजातियों से भरा हुआ था। ”*

*लेकिन परमेश्वर ने देखा कि अब्राहम का दिल जीवित परमेश्वर को ढूंढने के लिए तरस रहा था और इसीलिए परमेश्वर उसके सामने ‘महिमा के प्रभु’ के रूप में प्रकट हुए। तो, अब्राहम के लिए जीवित परमेश्वर की बुलाहट का पालन करना कठिन नहीं था। उसने अपने लोगों और देश को छोड़ दिया, और परमेश्वर के दिखाए हुए देश की ओर निकल गया। परमेश्वर के प्यारे बच्चों, अगर आपकी आंखें जिस परमेश्वर ने आपको बुलाया है उसे महिमा के राजा के रूप में देखेंगी तो, आपके लिए पाप के सुखों से छुटकारा पाना कठिन नहीं होगा।*

*दूसरी बात, जब परमेश्वर अब्राहम के सामने आए, तो वह परमप्रधान परमेश्वर की तरह प्रकट हुए। “तब शालेम का राजा मालिकिसिदक, जो परमप्रधान ईश्वर का याजक था, रोटी और दाखमधु ले आया। और उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया, “परमप्रधान ईश्वर की ओर से, जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है, तू धन्य हो। और धन्य है परमप्रधान ईश्वर, जिसने तेरे द्रोहियों को तेरे वश में कर दिया है”(उत्पत्ति 14: 18-20)।*

*अब्राहम में क्या बदलाव आया जब परमेश्वर ने खुद को परमप्रधान परमेश्वर के रूप में प्रकट किया? ‘उसने परमेश्वर को दशमांश दिया ‘(उत्पत्ति 14:20)। अब्राहम ने खुशी-खुशी परमेश्वर को अपने सभी आमदनी से दशमांश दीया, वह समझ गया कि परमेश्वर जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया और साथ ही सबसे उच्च शरण स्थान और छिपने का स्थान बनाया है उसका आशीर्वाद जरूरी है।*

*तीसरा, परमेश्वर अब्राहम के सामने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रूप में प्रकट हुए। परमेश्वर ने कहा, “जब अब्राम निन्यानवे वर्ष का हो गया, तब यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा, “मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर हूं; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा। मैं तेरे साथ वाचा बांधूंगा, और तेरे वंश को अत्यंत ही बढ़ाऊंगा।””(उत्पत्ति 17: 1,2)। एक सौ वर्ष की उम्र में, अब्राहम विश्वासियों का पिता बना जब सर्वशक्तिमान परमेश्वर उसके सामने प्रकट हुए। परमेश्वर के प्यारे बच्चों आपके परमेश्वर एक सर्वशक्तिमान प्रभु हैं। क्या उनके लिए कुछ भीअसंभव है?*

*ध्यान करने के लिए: “इस कारण एक ही जन से, जो मरा हुआ सा था, आकाश के तारों और समुद्र के तीर के बालू के समान अनगिनित वंश उत्पन्न हुए।” (इब्रानियों 11:12)।*

*आज की बाइबिल पढ़ने*

*सुबह – श्रेष्ठगीत : 4,5*
*संध्या – गलातियों : 3

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*